💐💐 बिन प्रकृति के 💐💐~~~~
बिन बूंदों के…… बरसात होती नहीं
बिन सूरज के….. धूप खिलती नहीं
बिन प्राणों के… हरकत होती नहीं
बिन प्रार्थना के.. मुराद पूरी होती नहीं
बिन जल के…. नदिया बहती नहीं
बिन होठों के…. मुस्कान मिलती नहीं
बिन आंखों के… कायनात होती नहीं
बिन चांद सितारों … के रात होती नहीं
बिन मेघ… बरसात होती नहीं
बिन कवि… कविता रचती नहीं बिन हृदय… मोहब्बत होती नहीं बिन प्रकृति दुनिया यह होती नहीं बिन प्रकृति. दुनिया यह होती नहीं


