💐💐 बिन प्रकृति के 💐💐~~~~ बिन बूंदों के…… बरसात होती नहीं बिन सूरज के….. धूप खिलती नहीं बिन जल के…. नदिया बहती नहीं बिन मेघ… बरसात होती नहीं
Author Archives: writer Mamta Ambedkar
अपने पन की बगिया
अपने पन की बगिया सेसजा लेे अपना संसार फूलो की खुशबू से महकउठे घर और परिवार मां की ममता में बसता हैबच्चो का संसार जीवन जीना सिखाए पिताकी फटकार दादा दादी की कहानी में हैंजीवन जीने का सार भाई बहन के झगड़े में छिपा हैअटूट प्यार पति पत्नी का रिश्ता भी देता हैंघर को एकContinue reading “अपने पन की बगिया”
बाबासाहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर
23 सितम्बरसंकल्प दिवस 1917 में गुजरात के वडोदरा शहर में नौकरी करने आयें बाबा साहब को रहने के लिये मकान नहीं मिला, पारसी धर्मशाला में रूकना पड़ा, वहां से भी निकाल दियें गयें।धर्मशाला में से बेईज्जत करकें धक्कें मारकें निकाल दिया। और बाबा साहब को जब मुंबई वापिस जाना था तब गाड़ी (रेलवेे) समय केContinue reading “बाबासाहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर”
एक औरत कभी बोल ही nhi पाई
एक औरत ने क्या खूब कहाछोटी थी जब, बहुत ज्यादा बोलती थीमाँ हमेशा झिडकती ,चुप रहो ! बच्चे ज्यादा नहीं बोलते . थोड़ी बड़ी हुई जब , थोड़ा ज्यादा बोलने परमाँ फटकार लगातीचुप रहो ! बड़ी हों रही हों . जवान हुई जब , थोड़ा भी बोलने परमाँ जोर से डपटतीचुप रहो , दूसरे केContinue reading “एक औरत कभी बोल ही nhi पाई”
अपने पन की बगिया
अपने पन की बगिया सेसजा लेे अपना संसार फूलो की खुशबू से महकउठे घर और परिवार मां की ममता में बसता हैबच्चो का संसार जीवन जीना सिखाए पिताकी फटकार दादा दादी की कहानी में हैंजीवन जीने का सार भाई बहन के झगड़े में छिपा हैअटूट प्यार पति पत्नी का रिश्ता भी देता हैंघर को एकContinue reading “अपने पन की बगिया”
कवित्री ममता आंबेडकर राइटर
अपने पन की बगिया सेसजा लेे अपना संसार फूलो की खुशबू से महकउठे घर और परिवार मां की ममता में बसता हैबच्चो का संसार जीवन जीना सिखाए पिताकी फटकार दादा दादी की कहानी में हैंजीवन जीने का सार भाई बहन के झगड़े में छिपा हैअटूट प्यार पति पत्नी का रिश्ता भी देता हैंघर को एकContinue reading “कवित्री ममता आंबेडकर राइटर”